Lal Salaam movie में छा गए Rajnikant, दर्शक उत्साहित
Lal Salaam movie में छा गए Rajnikant, दर्शक उत्साहित
Lal Salaam movie review:'लाल सलाम' में मोइद्दीन भी बन कर छा गए रजनीकांत
बहुप्रतीक्षित फ़िल्म लाल सलाम सिनेमाघरों में आ चुकी हैं। ऐश्वर्या रजनीकांत निर्देशित इस फ़िल्म का लोगो को बेसब्री से इंतजार है। सुपरस्टार रजनीकांत की बेटी ऐश्वर्या रजनीकांत लगभग आठ साल बाद निर्देशन के क्षेत्र में वापसी कर रही हैं।अपने पिता रजनीकांत सहित विष्णु विशाल व विक्रांत को भी निर्देशित कर रही हैं।
फ़िल्म की कहानी circket व धार्मिक रंग में रंगी हुई हैं।जिसमें की खेल का राजनीतिकरण होता दिखाया जाता हैं।
मोइदीन भाई के राजनीतिकरण की कहानी
फ़िल्म के पात्र विष्णु विशाल और मोइदीन भाई के बेटे शम्सुद्दीन बचपन से ही प्रतियोगिता रहे हैं और यह बात उनके गांव में क्रिकेट के मैदान तक भी फैली हुई है। मोइदीन भाई द्वारा शुरू की गई थ्री स्टार टीम, थिरु और शम्सू दोनों के साथ एक विजेता टीम थी, लेकिन थिरु की सफलता से ईर्ष्या करने वाले और गलत इरादों वाले लोगों ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया। थिरु प्रतिद्वंद्वी एमसीसी टीम बनाता है और दोनों टीमें गांव में विभिन्न धर्मों का प्रतिनिधित्व करती हैं। इस तरह, गांव में मैच को भारत बनाम पाकिस्तान कहा जाने लगा, जो पहले शांतिपूर्ण सद्भाव में रह रहा था।
रजनीकांत ने एक पिता की दोहरी भूमिका निभाई है
'लाल सलाम'मूवी में एक सीन में मोइदीन भाई कहते हैं, कि भारत भारतीयों के लिए है और मैं एक भारतीय मुसलमान हूं। मैं यहीं पैदा हुआ और यहीं मरूंगा। यह मेरा घर है, हमें जाति या धर्म की नहीं बल्कि इंसानियत की बात करनी चाहिए और इंसानियत सबसे ऊपर है। जय हिन्द। सबसे ऊपर मानवता एक ऐसा पहलू है जिसके बारे में सुपरस्टार ने वास्तविक जीवन में भी बात की है। इसके अलावा, रजनीकांत ने एक पिता की दोहरी भूमिका को खूबसूरती से निभाया है, जिसकी अपने बेटे के लिए आकांक्षाएं हैं, और एक सामुदायिक नेता, जो मानता है कि धर्म या जाति के बावजूद सभी लोग एक हैं।
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